About KPM

OUR HISTORY
किसान प्रशिक्षण महाविद्यालय,सिद्धार्थ विश्वविद्यालय से संबद्ध एक प्रतिष्ठित बी. एड.कॉलेज है। इसकी स्थापना सन 1971 में पंडित शिव हर्ष उपाध्याय द्वारा की गई थी। पंडित शिव हर्ष उपाध्याय दूरदर्शी, शिक्षाविद्व और समाजसेवी थे।
पंडित शिवहर्ष उपाध्याय जी का जन्म सन 1905 में बस्ती जिले के भैंसहिया में हुआ था।उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा डेलिया प्राइमरी स्कूल से की। हाई स्कूल और इंटरमीडिएट ए. एच. एस. जी.आर.एस इंटर कॉलेज पक्के बाजार बस्ती से प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की। आगे की शिक्षा में बाधा के कारण वह प्रबुद्ध, परोपकारी और प्रतिभाशाली व्यक्तित्व दौलत राम अस्थाना के मार्गदर्शन में स्काउट की नौकरी में सम्मिलित हो गए। स्काउट के साथ-साथ खेलकूद में उनकी रुचि के कारण वे जिला खेल महासचिव के पद पर नियुक्त हुए। वे उत्तर प्रदेश खेल नियंत्रण बोर्ड के सदस्य एवं उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष भी रहे।
बस्ती जिले का शैक्षिक पिछड़ापन स्वर्गीय श्री उपाध्याय जी के मन को झकझोर देता था। इसलिए उन्होंने बस्ती जिले में विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं की स्थापना की। सर्वप्रथम उन्होंने बस्ती में किसान इंटर कॉलेज की स्थापना की।1956 में बस्ती जिले का पहला महाविद्यालय किसान पी.जी. कॉलेज के रूप में स्थापित किया, तत्पश्चात बालिकाओं की उच्च शिक्षा के लिए महिला पी.जी.कॉलेज एवं कुशल प्रशिक्षित शिक्षक बनाने के उद्देश्य से सन 1971 में किसान प्रशिक्षण महाविद्यालय की स्थापना की।
शिक्षा के प्रति अत्यधिक समर्पण के लिए उन्हें अवध विश्वविद्यालय फैजाबाद के कार्यकारी समिति के सदस्य के रूप में नामित किया गया।श्री उपाध्याय जी शिक्षा के अलावा सहकारिता विभाग के विभिन्न संस्थाओं से भी जुड़े रहे। उन्होंने विभिन्न निकायों में विभिन्न पदों की अध्यक्षता भी की। जीवन भर समाज सेवा एवं शिक्षा के प्रचार प्रसार के लिए काम करने के बाद 31 जुलाई 1980 को उनके दुर्भाग्यपूर्ण एवं दुखद निधन के कारण बस्ती जिले में शिक्षा फैलाने का उनका सपना अधूरा रह गया।
पूर्वांचल में शिक्षा के प्रचार- प्रसार में बहुमूल्य योगदान के लिए पंडित शिव हर्ष उपाध्याय को आने वाली पीढ़ी हमेशा याद रखेगी।
Message from Manager

श्री संजय कुमार उपाध्याय जी
हमारा महाविद्यालय,बस्ती मंडल का सबसे पुराना व प्रतिष्ठित महाविद्यालय है और इस महाविद्यालय ने यह मान एवं प्रतिष्ठाअपने शिक्षकों, कर्मचारियों तथा शुभचिंतकों की कड़ी मेहनत से प्राप्त किया है।
महाविद्यालय की स्थापना हमारे पितामह स्वर्गीय पंडित शिवहर्ष उपाध्याय जी के कर कमलों द्वारा हुआ,उनके अथक प्रयासो एवं अनवरत गतिशीलता से महाविद्यालय आगे बढ रहा है।इस महाविद्यालय से पढ़े हुए अनेक छात्र आज विभिन्न क्षेत्रों में अपने सेवाएं देकर राष्ट्र के चौमुखी विकास में सहयोग कर रहे हैं अंत में आप सबको ढेर सारी शुभकामनाओं सहित धन्यवाद।
Message from Principal
डॉo शरद चन्द
प्रिय छात्रों अभिभावकों एवं महाविद्यालय के शुभचिंतकों, आप सभी का कॉलेज वेबसाइट पर हार्दिक स्वागत करता हूं।जहां हम सीखने को एक रोमांचकारी यात्रा के रूप में देखते हैं। इस हेतु महाविद्यालय के प्रति आप सबके निरंतर समर्थन, प्यार एवं चिंता के लिए मैं आप सभी के प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त करना चाहता हूं,जो हमें मूल्य आधारित ज्ञान को फैलाने के मिशन को आगे बढ़ाने हेतु कड़ी मेहनत करने में सक्षम एवं प्रोत्साहित करता है।
हम मानते हैं कि प्रत्येक छात्र विशेष होता है, जो कुछ प्रतिभा लेकर पैदा होता है। हमारा लक्ष्य प्रत्येक छात्रध्यापकों को अपनी प्रतिभा को खोजने और उसे विकसित करने में मदद करना है, जहां छात्राध्यापक एवं छात्राध्यापिकाएं सीखने के लिए उत्साहित हो।
केवल ज्ञान प्राप्त करना ही शिक्षा नहीं है,बल्कि शिक्षा वह है जो हमें बेहतर इंसान बनाता है,और देश का भविष्य निर्धारित करता है। शिक्षा व्यक्ति को जीवन कौशल हासिल करने, अच्छा जीवन जीने, दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार करने तथा समाज,राष्ट्र एवं विश्व के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने में मदद करता है। अंततः शिक्षा का उद्देश्य विश्व में वास्तविक शांति स्थापित करना होना चाहिए, जहां व्यक्ति केवल अपने अंदर की सकारात्मक ऊर्जा का उपयोग अपने विकास एवं प्रयास में करें।

हम अपने महाविद्यालय में छात्राध्यापकों एवं छात्राध्यापिकाओं में सभी पहलुओं में सर्वश्रेष्ठ करने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि जब वे वास्तविक शिक्षक बने तो वह भी ऐसा करने में सक्षम हो,इस उद्देश्य की प्राप्ति हेतु महाविद्यालय द्वारा एक टीम – वर्क के रूप में सभी गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। इस प्रकार हमारा महाविद्यालय शैक्षिक उत्कृष्टता एवं सामाजिक प्रतिबद्धता में नई ऊंचाइयों को छूने की ओर अग्रसर है।अंत में आप सभी को ढेर सारी शुभकामनाओं सहित बहुत-बहुत धन्यवाद